एसएससी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स (Hindi Current Affairs) 27 July, 2013
एसएससी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स (Hindi Current Affairs)
27 जुलाई 2013
कांग्रेस अलग तेलंगाना राज्य बनाने के लिए तैयार!
लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश में अलग तेलंगाना राज्य बनाने का मन बना लिया है। संकेत हैं कि संसद का मानसून सत्र शुरू होने के पहले, यानी कि अगले हफ्ते सरकार इस पर अपने फैसले का एलान कर देगी। इस बीच, कांग्रेस ने भी स्पष्ट कर दिया है कि इस पर विचार-विमर्श खत्म हो चुका है। अब पार्टी और संप्रग सरकार की तरफ से सिर्फ फैसला आना ही बाकी है।सरकार और कांग्रेस इस मुद्दे को अब और नहीं लटकाना चाहती। आंध्र प्रदेश में अभी स्थानीय निकाय चुनाव चल रहे हैं। इस महीने की 30 तारीख को अंतिम चुनाव है। आंध्र प्रदेश विधानसभा तेलंगाना के लिए अलग राज्य का प्रस्ताव पहले ही पारित कर चुकी है। आगामी पांच अगस्त से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। चूंकि, अलग राज्य के गठन के प्रस्ताव पर संसद में चर्चा होनी है। लिहाजा, इससे पहले कांग्रेस कार्यसमिति की एक बैठक बुलाई जा सकती है। उसमें अंतिम मुहर लगने के साथ ही पार्टी अगले हफ्ते अलग तेलंगाना राज्य का एलान कर देगी।
पश्चिम बंगाल: बना 24 घंटे मतदान का रिकॉर्ड
पश्चिम बंगाल में संपन्न पंचायत चुनाव जहां भारी हिंसा के लिए याद किया जाएगा, वहीं अपने रिकॉर्डतोड़ मतदान के लिए भी लंबे समय तक जेहन में बना रहेगा। 19 घंटे के रिकॉर्ड मतदान के साथ शुरू हुआ पंचायत चुनाव अपने आखिरी पड़ाव तक पहुंचते-पहुंचते 24 घंटे के रिकॉर्डतोड़ मुकाम तक जा पहुंचा। ऐसे में हिंसा से भरे चुनाव में भारी मतदान के साथ बंगाल की जनता ने एक मिसाल पेश की है।
राजनीति में टांग न घुसाएं अमर्त्य सेन
सामना में शुक्रवार को प्रकाशित संपादकीय में लिखा गया है कि अमर्त्य सेन एक अर्थशास्त्री हैं। लेकिन इस देश का गरीब नहीं जानता कि वह असल में करते क्या हैं? देश की अर्थव्यवस्था खराब हालत में है। यह हालत मोदी के कारण नहीं हुई है और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने के बावजूद अमर्त्य सेन के पास इसकी कोई दवा नहीं है। इसलिए अगर लोग सेन से अपना काम ठीक से करने और राजनीति में टांग न घुसाने को कहें तो वह क्या जवाब देंगे?
एक ओवर में 5 छक्के, 1 चौका, वनडे का दूसरा सबसे महंगा ओवर
श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच शुक्रवार को खेले गए तीसरे वनडे मैच में एक ओवर में 35 रन बने, जो वनडे इतिहास का दूसरा सबसे महंगा ओवर साबित हुआ। श्रीलंकाई ऑलराउंडर तिषारा परेरा (65) ने रॉबिन पीटरसन के ओवर में पांच छक्के और एक चौका लगाते हुए 34 रन जड़े, जबकि एक रन वाइड से मिला। इससे पहले 2007 में वेस्टइंडीज में खेले गए विश्व कप में एक ओवर में सबसे ज्यादा रन बने थे। नीदरलैंड्स के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के हर्शल गिब्स ने छह छक्के जड़ते हुए कुल 36 रन जोड़े थे।
शुक्रवार को 33वां ओवर फेंकने आए दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज पीटरसन की पहली गेंद पर परेरा ने स्क्वॉयर लेग बाउंड्री के ऊपर से छक्का जड़ा। पीटरसन ने दूसरी गेंद वाइड फेंकी, जिससे श्रीलंका को एक रन और एक अतिरिक्त गेंद मिली। अगली तीन गेंदों पर परेरा ने तीन छक्के लगाए। पांचवीं गेंद पर इस श्रीलंकाई बल्लेबाज ने चार रन बटोरे और ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का जड़ते हुए इतिहास रच दिया। हालांकि परेरा की यह धुआंधार पारी श्रीलंका को जीत नहीं दिला सकी और दक्षिण अफ्रीका ने यह मैच 56 रन से जीतकर सीरीज में 1-2 से वापसी की।
इससे पहले टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी करते हुए डेविड मिलर (85) और कप्तान एबी डिविलियर्स (47) की पारियों से निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 223 रन बनाए थे। जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेहमान टीम 43.2 ओवर में सिर्फ 167 रन ही बना सकी।
सबसे खर्चीले ओवर
रन---बल्लेबाज----बनाम---मैच----वर्ष
- 36---हर्शल गिब्स (द. अफ्रीका)---नीदरलैंड्स---2006-07
- 35---तिषारा परेरा---(श्रीलंका)---दक्षिण अफ्रीका---2013
- 32---शाहिद आफरीदी (पाकिस्तान)---श्रीलंका---2007
- 31---के. विलियमसन (न्यूजीलैंड)---कनाडा---2010-11

