(Hindi) एसएससी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स (Current Affairs For SSC CGL Examination) 20 July, 2013

एसएससी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स (Current Affairs For SSC CGL Examination)

20 जुलाई 2013

अन्ना बोले- मोदी साम्प्रदायिक नहीं, पीएम ईमानदार नहीं

जनलोकपाल पास करने के लिए दिल्ली में अनशन के दौरान नरेंद्र मोदी के विकास की तारीफ करके राजनीतिक गलियारे में आलोचना का शिकार हुए अन्ना हजारे ने अब कहा है कि वे नरेंद्र मोदी को सांप्रदायिक नहीं मानते। मध्य प्रदेश में जनतंत्र यात्रा के अंतिम दिन बुधवार को इंदौर पहुंचे समाजसेवी अन्ना हजारे ने प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अब तक उन्हें मोदी के सांप्रदायिक होने संबधी कोई सबूत नहीं मिला है।

कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पाíटयों को आड़े हाथ लेते हुए अन्ना ने कहा कि मैं किसी भी पार्टी का पक्षधर नहीं हूं। न कांग्रेस गुणवत्ता पर चल रही है और न ही भाजपा। कोयला घोटाले में भाजपा ने कोई विरोध नहीं किया। वह भी अलग नहीं है। कोयला घोटाले से साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री भी ईमानदार नहीं हैं। सीबीआइ की रिपोर्ट को भी बदला गया। प्रधानमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।

लेफ्टिनेंट जनरल को सेनाध्यक्ष पर भरोसा नहीं

सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रैंक एक वरिष्ठ अधिकारी ने सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह के प्रति अविश्वास जताते हुए उन्हें अपनी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट न भेजे जाने की दरख्वास्त दी है। रक्षा मंत्रालय के ट्राई सर्विस संगठन में तैनात अधिकारी ने जनरल सिंह के बजाय तीनों सेना प्रमुखों की समिति के अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन को अपनी एसीआर भेजने का आग्रह किया है। हालांकि सरकार ने उनकी दलील और आवेदन खारिज कर दी हैं।

सेना सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्रालय में सेना के तीनों अंगों के अधिकारियों वाले ट्राई सर्विस संगठन में कार्यरत लेफ्टिनेंट जनरल ने गत दिनों मंत्रालय को दरख्वास्त देकर अपनी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट वायुसेना अध्यक्ष को भेजे जाने की इजाजत मांगी थी। पदोन्नति में अपनी अनदेखी का आरोप लगाते हुए पहले ही सेना के खिलाफ सशस्त्र सेना ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटा चुके उक्त अधिकारी ने अदालती लड़ाई का हवाला देते हुए एसीआर सेना प्रमुख को न भेजे जाने की दरख्वास्त की। हालांकि रक्षा मंत्रालय ने इन दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से पक्षपात की महज आशंका के आधार पर इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती।

सैन्य सूत्रों के अनुसार इस संबंध में सेना से राय लेने के बाद ही मंत्रालय ने अधिकारी की याचिका खारिज की। उनका कहना है कि सेना अधिकारियों पर लागू होने वाले आर्मी एक्ट में एसीआर में वरिष्ठ अधिकारी के द्वारा किसी तरह के पूर्वाग्रह के आधार पर मूल्यांकन को ठीक कराने के भी पर्याप्त तरीके उपलब्ध हैं। महत्वपूर्ण है कि उक्त अधिकारी ने मार्च में मंत्रालय को आवेदन भेजा था जबकि वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट लिखने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई थी। एसीआर के मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय के आगे आवेदन करने वाले उक्त अधिकारी इससे पहले आर्मी कमांडर पद के लिए पदोन्नति में अपनी अनदेखी को लेकर न केवल सरकार के पास शिकायत भेज चुके हैं बल्कि ट्रिब्यूनल में भी दस्तक दे चुके हैं। सशस्त्र सेना ट्रिब्यूनल से अभी उनकी दलील पर फैसला आना शेष है।

उत्तरी कमान में तैनाती के बाद दिल्ली में बीते साल पदस्थ हुए वरिष्ठ अधिकारी ने आरोप लगाए हैं कि आर्मी कमांडर पद के लिए पदोन्नति की प्रक्त्रिया के दौरान एक अन्य अफसर पर विजिलेंस बैन के कारण उनका दावा अधिक मजबूत था। हालांकि सेनाध्यक्ष जनरल बिक्त्रम सिंह ने समीक्षा के बाद उक्त अधिकारी पर से विजिलेंस बैन को हटा लिया, जिससे उस अधिकारी के आर्मी कमांडर बनने का रास्ता साफ हो गया।

कश्मीर में बवाल, अमरनाथ यात्रा रोकी

जम्मू-कश्मीर में रामबन जिले के गूल में गुरुवार को हुए गोलीकांड के विरोध में शुक्रवार को पूरे राज्य में हिंसक प्रदर्शन हुए। सुरक्षाबलों की गोलीबारी में चार प्रदर्शनकारियों की मौत के विरोध में भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। उग्र भीड़ ने तोड़फोड़ के साथ सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके। हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज किया गया। हिंसक झड़पों में 20 पुलिसकर्मियों समेत 35 लोग घायल हो गए हैं। तनावपूर्ण स्थितियों को देखते हुए राज्य के सभी प्रमुख शहरों में क‌र्फ्यू लगा दिया गया है। तनाव को देखते हुए जम्मू से अमरनाथ यात्रा दो दिन के लिए स्थगित कर दी गई है।

मेजर ध्यानचंद होंगे भारत रत्न!

भारत के खेल मंत्रालय ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद को महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर के उपर वरीयता देते हुए उनका नाम भारत रत्न के लिए आगे बढ़ाया है। बुधवार को एक मीटिंग में इन दोनों महान खिलाड़ियों के नाम पर चर्चा हुई, मगर अंत में दद्दा का ही जादू चला।

ध्यान चंद ने भारत के लिए तीन ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीते थे- 1928 (ऐम्सटर्डम), 1932 (लॉस एंजिलिस), और 1936 (बर्लिन)। हॉकी के इस महान खिलाड़ी ने सन 1979 में दुनिया को अलविदा कह दिया था। ध्यान चंद ने आजादी के पहले वाले भारत में इस खेल के प्रति भारतीयों में एक जुनून पैदा कर दिया था।

ध्यान चंद को मरणोपरांत भारत रत्न देने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की की मंजूरी चाहिए होगी। अशोक कुमार ने उनका नाम आगे बढ़ाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे एक बहुत ही सिंपल आदमी थे जिन्होंने सिर्फ और सिर्फ हाकी को आगे बढ़ाने के लिए काम किया और बदले में किसी चीज की इच्छा नहीं की।

बताते चलें कि दिसंबर 2011 में भी ध्यान चंद का नाम 82 सांसदों ने आगे बढ़ाया था, लेकिन सरकार ने उसे मंजूरी नहीं दी। जनवरी 2012 में मंत्रालय ने ध्यान चंद, शूटर अभिनव बिंद्रा और पर्वतारोही तेनजिंग नोर्गे का नाम इस अवॉर्ड के लिए आगे बढ़ाया था। संयोग से उस लिस्ट में तेंडुलकर का नाम नहीं था क्योंकि BCCI ने उनके नाम की सिफारिश नहीं की थी।

पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज का मैच टाई

वेस्ट इंडीज और पाकिस्तान के बीच खेला गया तीसरा वनडे टाई हो गया। पाकिस्तान के खिलाफ जीत के लिए 230 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी वेस्ट इंडीज की टीम ने 50 ओवर में 9 विकेट पर 229 रन बनाए।